उत्तराखंड में बारिश ने फिर आफत पैदा की है। भारी बारिश के बीच मसूरी लंढौर मार्ग स्थित बेकरी हिल के पास सुबह भूस्खलन हुआ, जिससे भारी भरकम पुस्ता गिरने के कारण एक आवासीय मकान भी खतरे की जद में आ गया है। लगातार जारी बारिश के बाद हुए इस भूस्खलन ने क्षेत्र में समस्याएं बढ़ा दी हैं।
सोमवार रात हुई भारी बारिश से थराली में कई सड़कें बंद हो गई हैं। कर्णप्रयाग ग्वालदम राष्ट्रीय राजमार्ग बैनोली और सुनल में बंद है, और बिजली और पानी की सप्लाई भी ठप है। इस स्थिति के कारण कुमाऊं और गढ़वाल जाने वाले सैकड़ों यात्री फंसे हुए हैं। देहरादून, हरिद्वार, श्रीनगर, और अल्मोड़ा जाने वाले यात्री भी परेशान हैं। थराली देवल मोटर मार्ग सहित कई ग्रामीण सड़कों पर भी अवरोध आया है।
यमुनोत्री धाम और यमुना घाटी में रातभर बारिश के बाद सुबह बारिश थम गई, लेकिन यमुनोत्री धाम को जोड़ने वाला फूलचट्टी जानकीचट्टी मार्ग कृष्णा चट्टी के बीच तीसरे दिन भी बंद है। इससे स्थानीय लोगों और यमुनोत्री धाम आने-जाने वाले श्रद्धालुओं को काफी कठिनाई हो रही है। मां यमुना के पुजारी मनमोहन उनियाल, आशीष उनियाल, और राकेश रावत ने सड़क खोलने में लोनिवि की लेटलतीफी पर नाराजगी जताते हुए कहा कि मार्ग बंद होने के कारण उन्हें दो किलोमीटर पैदल या घोड़े-खच्चरों से आवाजाही करनी पड़ रही है, जिससे समय बर्बादी और आर्थिक बोझ बढ़ रहा है।
पछवादून और जौनसार बावर के मैदानी और पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही बारिश से कई संपर्क मार्गों पर मलबा आने के कारण यातायात बाधित हो रहा है। सोमवार को दिल्ली-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग सहित क्षेत्र के 13 मार्ग बंद रहे। जुड्डो के पास दिल्ली-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग बंद है, जहां रविवार से सिलक्यारा सुरंग कार्यों के लिए जा रहा ट्रक आधा खाई में लटका हुआ है।
इसके अलावा, लोक निर्माण विभाग के प्रांतीय खंड का कोटी-ढलानी-नंदा की चौकी-आमवाला-धौलास मोटर मार्ग सड़क कटाव के कारण बंद है। धान गांव-मिसराज पट्टी मोटर मार्ग पर दो स्थानों पर मलबा आया है। पीएमजीएसवाई कालसी का गडूल-सकरौल मोटर मार्ग तीन स्थानों पर, बाढ़वाला-जुड्डो-मटोगी मोटर मार्ग दो स्थानों पर, गौराघाटी-रंगेऊ मोटर मार्ग दो स्थानों पर और प्यूनल मोटर मार्ग दो स्थानों पर मलबा आने से बंद है।