उत्तराखंड में पुलिस अपराधिक वारदातों को गंभीरता से नहीं ले रही है। ऐसा ही मामला देहरादून जिले में सामने आया है। यहां ऋषिकेश में शराब तस्करी के मामले को लेकर एसएसपी अजय सिंह ने समीक्षा की और कार्रवाई न करने के आरोप में एसओजी (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) देहात को भंग कर दिया। अब पूरे जिले में एक ही एसओजी काम करेगी। इसके अलावा, कोतवाली ऋषिकेश के दो दर्जन पुलिसकर्मियों का भी दूसरी जगह ट्रांसफर किया जाएगा।
पिछले दिनों ऋषिकेश में अवैध शराब के कारोबार से जुड़े लोगों ने एक पोर्टल पत्रकार के साथ मारपीट की थी। इस मामले में पुलिस ने हंगामे और प्रदर्शन के बाद एक आरोपी को गिरफ्तार किया। हालांकि, पुलिस पर यह आरोप भी लगा कि यहां शराब तस्करों को शह दी जा रही है।
एसएसपी अजय सिंह ने इस मुद्दे पर ऋषिकेश पुलिस की कार्रवाई की समीक्षा की और पाया कि पुलिस ने इस साल अब तक 113 तस्करों के खिलाफ कार्रवाई की है, लेकिन एसओजी ने अवैध शराब पर कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की। इसलिये एसओजी देहात को भंग कर दिया गया है और थाने में तैनात दो दर्जन पुलिसकर्मियों को दूसरी जगह ट्रांसफर किया जा रहा है।