हरिद्वार। किशोर की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। उसकी हत्या नाजायज संबंधों को छुपाने के लिए गला दबाकर की गई थी। मामले में पुलिस ने हत्यारोपी को गिरफ्तार कर लिया है। सफलता पाने वाली टीम को ईनाम की घोषणा की गई है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र डोबाल ने ब्लाइंड मर्डर केस का खुलासा करते हुए बताया कि खुब्बनपुर भगवानपुर निवासी सरदार सिंह ने 23 फरवरी को अपने 13 वर्षीय नाबालिक बेटे कार्तिक की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। 25 फरवरी को गुमशुदा कार्तिक उपरोक्त का शव ग्राम खुब्बनपुर थाना भगवानपुर में गन्ने के खेत से बरामद हुआ जो प्रथम दृष्टया देखने से हत्या कर शव को गन्ने के खेत में फेंकना प्रकाश में आया। सीसीटीवी कैमरो का अवलोकन कर लगभग 70- 80 व्यक्तियों का सत्यापन कर गहनता से पूछताछ की गई। जिससे यह बात प्रकाश में आयी की यह व्यक्ति दिन में कंपनी में काम करता है।
गांव के एक कैमरे में मृतक कार्तिक उपरोक्त एक व्यक्ति के साथ गांव से बाहर को जाने वाले मुख्य रास्ते पर जाता दिखाई दिया। संदिग्ध व्यक्ति का नाम अजय शर्मा प्रकाश में आया जो खूबनपुर में किराए पर रहता है। तत्पश्चात पुलिस टीम द्वारा उक्त अजय शर्मा को गांव में तलाश किया गया परन्तु उक्त व्यक्ति गांव में नहीं मिला। जिसको पुलिस टीम द्वारा 15 मार्च को अमोरवेट कम्पनी को जाने वाले रास्ते से धर दबोचा गया जिसने पूछताछ में हत्या का पूरा राज खोला। आरोपी ने बताया कि वह अपने माता पिता व दो बच्चो के साथ ग्राम खुब्बनपुर में पिछले 6 माह से अपने रिश्तेदार राजीव शर्मा के यंहा किराये पर रह रहा है और उसकी पत्नी का देहांत वर्ष 2020 में हो चुका था। वह अपने जानकार के माध्यम से एक औरत को 18 फरवरी को माहडी चौक से साथ लेकर ग्राम खुब्बनपुर में गन्ने के खेत में लेकर गया।
वहां पर पास में एक खाली प्लॉट में मृतक कार्तिक एक अन्य बच्चे के साथ खेल रहा था जिसकी बॉल गन्ने के खेत में आ गयी और मृतक के द्वारा उसे औरत के साथ आपत्तिजनक हालत में देख लिया। उस समय मैनें कार्तिक को समझाया कि यह बात किसी को नही बताना। परन्तु वह बच्चा नही माना व वंहा से भाग गया। मैं कार्तिक को जानता था वह मेरे बच्चो के साथ गांव में ठेली पर चाऊमिन खाने जाता था। मैं इस बात से घबरा गया कि अगर इसने यह बात मेरे परिवार वालो या गांव में किसी को बता दी तो समाज में मेरी बहुत बेईज्जती हो जायेगी। इस पर उसने कार्तिक को ठिकाने लगाने का प्लान बना लिया और उसे पैसे का लालच देकर आंटी से मिलने को कहकर अपने साथ ले लिया और गन्ने के खेत के पास बरसीन के खेत में ले जाकर अपने हाथों से कार्तिक का गला दबाकर जान से मार दिया और उसको उठाकर पास ही गन्ने के खेत में अन्दर फेंक दिया ताकि उसे कोई देख न सके। अभियुक्त की निशांदेही पर घटना के दिन पहले कपड़े जूते बरामद किए गए।