
उत्तराखंड में नशे के कारोबार पर एक बार फिर करारा प्रहार हुआ है। एसटीएफ की एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स और नानकमत्ता पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन में हेरोइन तस्करी के एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। इस दौरान एक तस्कर को गिरफ्तार किया गया है, जिसके पास से 151.17 ग्राम हेरोइन बरामद की गई है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत करीब 45 लाख रुपये बताई जा रही है।
एसटीएफ को सूचना मिली थी कि एक तस्कर ऊधमसिंहनगर जिले में हेरोइन की बड़ी खेप सप्लाई करने वाला है। सूचना के आधार पर किच्छा कोतवाली क्षेत्र के लालपुर इलाके में दबिश दी गई, जहां एक संदिग्ध युवक को पकड़ा गया। तलाशी के दौरान उसके पास से भारी मात्रा में हेरोइन बरामद हुई।
पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया कि उसे यह हेरोइन नानकमत्ता निवासी प्रिंस सिंह ने दी थी। जांच में यह भी सामने आया कि प्रिंस सिंह की मां सुरेंद्र कौर उर्फ जमुना पर पहले से ही नानकमत्ता थाने में हेरोइन तस्करी का मुकदमा दर्ज है।
गिरफ्तार युवक के खिलाफ उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले के मिलक थाना, और उत्तराखंड के केलाखेड़ा व गदरपुर थाना क्षेत्रों में भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। पूछताछ के दौरान उसने कई अन्य तस्करों के नाम भी बताए हैं, जिनके खिलाफ अलग से कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस ने आरोपी के पास से एक बाइक भी बरामद की है, जिसे सीज कर दिया गया है। आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत थाना नानकमत्ता में मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) नवनीत भुल्लर ने आम जनता से अपील की है कि वे नशे से दूर रहें और किसी भी तरह के लालच में आकर नशा तस्करी जैसे अपराधों में शामिल न हों। उन्होंने नशा तस्करी की सूचना देने के लिए हेल्पलाइन नंबर 0135-2656202 और 9412029536 जारी किए हैं।
एसटीएफ ने साफ किया है कि राज्य में ‘ड्रग्स-फ्री देवभूमि’ अभियान के तहत नशा तस्करी के खिलाफ सख्त कार्रवाई लगातार जारी रहेगी। प्रदेशभर में एसटीएफ और स्थानीय पुलिस की टीमें सक्रिय हैं और नशे के सौदागरों पर लगातार नजर रखी जा रही है।
