सितारगंज। हत्या का प्रयास कर डकैती करने वाले दो शातिर बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इनके कब्जे से लूटी गई सोने की चेन एवं घटना में प्रयुक्त दो तमंचा और जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं।
कोतवाली परिसर में घटना का अनावरण एसपी क्राइम चंद्रशेखर घोडके, एएसपी मनोज कत्याल एवं पुलिस क्षेत्राधिकारी ओम प्रकाश शर्मा ने किया। बताया कि शीशगढ़ बरेली निवासी जगदीप सिंह पुत्र हरदीप सिंह 31 जनवरी को देर रात अपने स्कूटी में सवार होकर आमखेड़ा निवासी अपने रिश्तेदार के यहां जा रहा था। तभी कठांगगिरी मोड़ पर गगनदीप सिंह रतनपुरिया पुत्र स्वर्ण सिंह निवासी रतनपुरा किच्छा ने अपने साथियों यशवीर सिंह पुत्र शमशेर सिंह, बॉबी पुत्र निर्मल, विपिन पुत्र अतर सिंह और लवप्रीत सिंह समेत तीन अन्य के साथ दो वाहनों में सवार होकर आए और जान से मारने की नियत से स्कूटी सवार जगदीप सिंह को पीछे से जोरदार टक्कर मार दी। जब जगदीप सिंह नीचे गिर गया तो हमलावरों ने जान से मारने का प्रयास कर दिया। इसके बाद आरोपी उसके गले में पड़ी सोने की चैन को लेकर जगदीप को मरा हुआ समझकर मौके से भाग गए।
1 फरवरी को पीड़ित ने पांच नामजद और तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कराया। मामले को गंभीरता से लेते हुए घटना का अनावरण के लिए पुलिस टीम गठित की गई। गठित पुलिस टीम ने 4 फरवरी को राधा स्वामी सत्संग भवन के मुख्य गेट के आगे से अभियुक्त गगनदीप सिंह उर्फ रतनपुरिया एवं विपिन पुत्र अतर सिंह को गिरफ्तार कर दोनों ही अभियुक्तों के कब्जे से लूटी गई सोने की चैन बरामद कर ली। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने घटना में सितारगंज निवासी जसन लाहोरी एवं किच्छा निवासी मनीष झा की भी संलिप्तता बताई है। गिरफ्तार दोनों अभियुक्तों के निशानदेही पर पुलिस ने घटना में प्रयुक्त तमंचे व तलवारों को धनचौड़ा के एक खेत से बरामद किया गया है। गिरफ्तारी टीम में निरीक्षक भूपेंद्र सिंह बृजपाल, वरिष्ठ उप निरीक्षक हरविंदर कुमार, उप निरीक्षक सुरेंद्र सिंह बिष्ट, प्रकाश चंद्र भट्ट, जगदीश चंद्र तिवारी, हेड कांस्टेबल नरेंद्र यादव, कांस्टेबल बलवंत सिंह, अशोक बोरा, चंद्र प्रकाश, किरण कुमार मेहता एवं एसओजी रुद्रपुर के भूपेंद्र आर्य शामिल थे।