हल्द्वानी। जिलाधिकारी वंदना सिंह ने कैंप कार्यालय में कृषि विभाग की केंद्र पोषित योजना/राज्य पोषित योजना की समीक्षा की। जिसमें वर्ष 2024-25 के लिए योजनाएं प्रस्तावित की गईं।
आतमा योजना के अंतर्गत जिलाधिकारी वंदना सिंह ने निर्देश दिए कि जनपद के कृषकों का प्रशिक्षण प्रदेश एवं प्रदेश से बाहर के जो अच्छे इंस्टिट्यूट है, उनमें कराया जाए। इसके लिए जिलाधिकारी ने मुख्य कृषि अधिकारी को कृषकों के प्रशिक्षण के लिए समुचित बजट रखने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त उद्यान, कृषि, पशुपालन, मत्स्य, रेशम आदि से जुड़े कृषकों को प्रशिक्षण कराए जाने के उद्देश्य से संबंधित मदों में भी बजट धनराशि बढ़ाने के निर्देश दिए। आतमा योजना के अंतर्गत जनपद के कृषकों को नए-नए क्षेत्रों में प्रशिक्षण दिए जाएं, जिससे कृषकों को आय में वृद्धि हो सके।
आत्मा योजना के अंतर्गत कृषि, उद्यान, पशुपालन, पुष्प उत्पादन, बकरी पालन आदि से जुड़े हुए जनपद के समस्त प्रशिक्षित कृषकों को एकत्र कर गोष्ठी का आयोजन किया जाए, जिससे गोष्ठी में आपसी विचार विमर्श के उपरांत गैप एनालिसिस करके उनको विभिन्न विभागों की योजनाओं पर चर्चा की जाए जिससे कृषकों को लाभ हो सके। नम्सा रेड योजना के अंतर्गत भीमताल, बेतालघाट और रामगढ़ में 03(तीन) कलेक्टर संचालित हो रहे हैं। जिलाधिकारी ने बैठक में उपस्थित कृषि, उद्यान, पशुपालन, मत्स्य, रेशम आदि के विभाग अधिकारियों से कहा सरकार योजनाओं के माध्यम से कृषकों पर पैसा खर्च कर रही है, उससे कृषकों की आर्थिक स्थिति पर क्या फर्क पड़ रहा है, इसका भी आंकलन भी करें। विकासखंड भीमताल, अमृतपुर में जो स्थानीय मक्का उत्पादन किया जाता है, जिसे पर्यटकों द्वारा खाद्य के रूप में अत्यधिक पसंद किया जाता है, जिससे स्थानीय कृषि को अच्छी आय प्राप्त हो रही है, जिसके उत्पादन को बढ़ाने के निर्देश दिये। आत्मा और नमसा योजनाओं में चयनित क्लस्टर को विभागों के समन्वय से विकसित किए जाने हेतु भी निर्देशित किया।