उत्तराखंड के पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के साथ आमना-सामना किया। देहरादून स्थित ईडी के दफ्तर में उन्होंने पूछताछ का सामना किया, जिसमें उन्हें कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के पाखरो प्रकरण में समन भेजा गया था।
हरक सिंह रावत सुबह 2 सितंबर को ईडी के कार्यालय पहुंचे, जहां उनसे पाखरो रेंज में टाइगर सफारी बनाने में हुई कथित अनियमितताओं के संबंध में पूछताछ की गई। इस मामले की शुरुआत विजिलेंस ने की थी, जिसने बाद में सीबीआई को सौंप दिया। सीबीआई ने मामले की जांच को आगे बढ़ाते हुए हरक सिंह रावत से भी पूछताछ की थी और कुछ दस्तावेज भी प्राप्त किए थे। अब ईडी भी इस मामले की जांच कर रही है।
हरक सिंह रावत के समर्थक भी आज ईडी कार्यालय के बाहर जमा हुए हैं। पूर्व मंत्री ने हाल ही में सरकार के खिलाफ तीखी टिप्पणी की थी और उन्होंने इसी विरोध को अपनी पूछताछ की वजह बताया है। उन्होंने पहले भी दावा किया था कि पाखरो रेंज मामले से उनका कोई लेना-देना नहीं है।
14 अगस्त को सीबीआई ने भी हरक सिंह रावत से इसी मामले में पूछताछ की थी और उन्हें कई गोपनीय दस्तावेज उपलब्ध कराए थे। ईडी की पूछताछ में भी इस मामले से संबंधित विभिन्न पहलुओं की जांच की जा रही है।