देहरादून। लोडर में आग लगने के बाद युवती की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई। इस घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। साथ ही पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी प्रश्न चिन्ह लगा दिया है। बहरहाल पुलिस मामले की जांच की बात कह रही है।
विकासनगर के अस्पताल रोड पर टैक्सी स्टैंड में पिछले कई दिनों से एक खराब लोडर खड़ा था। कोतवाली प्रभारी राजेश शाह ने बताया कि रात करीब डेढ़ बजे सूचना मिली कि टैक्सी स्टैंड में खराब खड़े वाहन में आग लग गई। सूचना पर फायर बिग्रेड को बुलाकर आग को बुझाया गया। आग बुझाने के बाद पुलिस वापस लौट गई।
सुबह लोगों ने वाहन में युवती की लाश देखकर पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंचकर पुलिस ने शव को कब्जे में लिया। आसपास पूछताछ में शव की पहचान शबाना उर्फ पिंकी पत्नी शमशाद और पुत्री खालिद निवासी मूल सरयू मुर्शिदाबाद वेस्ट बंगाल के रूप में हुई। पुलिस ने शव को परिजनों को सौंप दिया है। उधर, मृतका की मां मिर्जा ने बेटी की हत्या की आशंका जताई है। पुलिस का कहना है कि हर एंगल से जांच की जा रही है। लोडर वाहन में आग लगने से अंदर सोई हुई युवती की संदिग्ध मौत के मामले में पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठ रहे हैं।
रात को जब पुलिस को लोडर वाहन में आग की सूचना मिली तो पुलिस ने फायर ब्रिगेड के साथ तत्काल मौके पर पहुंचकर आग बुझा दी। लेकिन यह जानने की कोशिश नहीं की कि वाहन के अंदर कोई था कि नहीं। सुबह लोगों ने वाहन में युवती की लाश देखी और पुलिस को सूचना दी। इसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया। पुलिस के मुताबिक मृतका शबाना उर्फ पिंकी अपने पति शमशाद के साथ आसपास ही घूमती थी। दिनभर घूमने के बाद दोनों खराब पड़े लोडर में ही सो जाते थे। युवती की मां मिर्जा ने बताया कि बेटी का पति पिछले चार दिन से यहां नहीं है। वह दिल्ली गया था।