

हल्द्वानी की 14 वर्षीय बेटी रिनिशा लोहनी ने देहरादून में आयोजित राज्य वुशू चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतकर एक और अहम उपलब्धि अपने नाम की है। रिनिशा अब तक 14 स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं, जो उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण का जीवंत उदाहरण है।
रिनिशा का जन्म 2 दिसंबर 2011 को हुआ था और उन्होंने अपनी मार्शल आर्ट्स यात्रा 8 साल की उम्र में, 2019 में जय दुर्गा मार्शल आर्ट अकादमी से शुरू की थी। उनकी कोचिंग के दौरान विनोद लखेरा, जो खुद अंतरराष्ट्रीय जुजुत्सु खिलाड़ी रह चुके हैं और 2019 में भारत के लिए रजत पदक भी जीत चुके हैं, ने रिनिशा को मार्गदर्शन दिया।
रिनिशा के सफर की शुरुआत 2019 में राज्य स्तरीय प्रतियोगिता से हुई, जहां उन्होंने रजत पदक प्राप्त किया। इसके बाद उन्होंने 11वीं साउथ एशियन कराटे चैंपियनशिप में भारत, पाकिस्तान, नेपाल, बांग्लादेश और भूटान सहित अन्य देशों के खिलाड़ियों के बीच शानदार प्रदर्शन करते हुए पहला स्वर्ण पदक जीता। 2022 में जम्मू कश्मीर में आयोजित राष्ट्रीय साम्बो प्रतियोगिता में रिनिशा ने सब जूनियर वर्ग में दूसरा स्वर्ण पदक जीता। इसके बाद मध्य प्रदेश में आयोजित राष्ट्रीय जुजुत्सु चैंपियनशिप में तीन वर्गों में भाग लेकर दो स्वर्ण और एक रजत पदक जीतकर अपना और प्रदेश का नाम रोशन किया।
अब तक रिनिशा ने विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में कुल 14 स्वर्ण, 4 रजत और 3 कांस्य पदक जीते हैं। उनकी बेमिसाल उपलब्धियों के लिए उन्हें भारत के भूतपूर्व केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट और जिला प्रशासन द्वारा सम्मानित किया जा चुका है।
वर्तमान में रिनिशा अंडर 14 कैटेगरी में जुजुत्सु के फाइटिंग और नेवाजा की नेशनल चैंपियन हैं। वर्तमान में आर्यमान विक्रम बिरला स्कूल में कक्षा 9 की छात्रा रिनिशा के पिता नवीन लोहनी रोडवेज आरएम ऑफिस में कार्यरत हैं। रिनिशा का शानदार सफर अब भी जारी है, और भविष्य में उससे कई और बड़ी उपलब्धियों की उम्मीदें हैं।