उत्तराखंड में कई नेताओं और अफसरों के ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापे

देहरादून। ईडी ने उत्तराखंड में बड़ी कार्रवाई करते हुए नेताओं के साथ ही कई आईएफएस अफसरों के ठिकानों पर छापामार कार्रवाई की है। इनमें से कईयों के ठिकानों से भारी मात्रा में कैश मिलना सामने आया है। कैश गिनने के लिए ईडी को मशीनें तक मंगवानी पड़ी हैं। इन सबके तार पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत से जुड़े होना माना जा रहा है।

उत्तराखंड में बुधवार को ईडी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत के बाद पूर्व आईएफएस अधिकारी किशनचंद, ऊधमसिंह नगर के भाजपा नेता अमित सिंह के बाद अब आईएफएस अधिकारी सुशांत पटनायक के घर छापा मारा। इस दैरान आईएफएस अधिकारी सुशांत पटनायक के कैनाल रोड स्थित घर से भारी मात्रा में कैश मिला। कैश गिनने के लिए ईडी ने दो काउंटिंग मशीन मंगवाई है। आईएफएस सुशांत पटनायक पर पिछले दिनों एक महिला कर्मचारी ने छेड़खानी का आरापे भी लगा था। वहीं, वह प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड से हटाए गए थे। उन पर पुलिस ने मुकदमा भी दर्ज किया था।वहीं ईडी के अधिकारियों की टीम बाजपुर रोड स्थित बीजेपी जिला मंत्री अमित सिंह के आवास को खंगाल रही है।

संभावना जताई जा रही है कि बीजेपी नेता अमित सिंह के निवास पर भी इसी सिलसिले में छापेमारी की जा रही है। इसके अलावा हरिद्वार में पूर्व आईएफएस अधिकारी किशनचंद के आवास पर ईडी की टीम ने छापा मारा। मामले के अनुसार, कालागढ़ टाइगर रिजर्व वन प्रभाग में अवैध निर्माण और पाखरों में टाइगर सफारी के लिए पेड़ों के अवैध कटान का मामला सामने आया था। मामले में दो आईएफएस अधिकारियों को निलंबित किया गया था। मामले की जांच में आईएफएस किशनचंद पर कई संगीन आरोप लगे थे। जांच में आरोपों की पुष्टि होने का दावा सरकार ने किया था। वित्तीय अनियमित्ताओं के साथ अपने पद का दुरुपयोग का भी आरोप थे। जिसके बाद एसआईटी ने किशनचंद को दिसंबर में दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया था। बीते अप्रैल माह में किशनचंद को हाईकोर्ट से शसर्त जमानत मिल गई थी। अब बुधवार को ज्वालापुर कोतवाली क्षेत्र के नंद विहार कालोनी स्थित मकान पर ईडी की टीम ने छापा मारा। ईडी की इस कार्रवाई से नेताओं के साथ ही अफसरों में भी हड़कंप मचा हुआ है।