उत्तराखंड में खेल प्रशिक्षकों के मानदेय में हुई बढ़ोत्तरी

उत्तराखंड सरकार ने 38वें राष्ट्रीय खेलों के लिए संशोधित शासनादेश जारी कर दिया है। इस शासनादेश के तहत विशेष प्रशिक्षण शिविरों की कार्ययोजना, वित्तीय स्वीकृति और व्यय की स्वीकृति प्रदान की गई है।

खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि इस संशोधित शासनादेश से राज्य के खिलाड़ियों को विशेष प्रशिक्षण शिविरों में बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। उन्होंने बताया कि इन शिविरों में आवास व्यवस्था, भोजन भत्ता, स्पोर्ट्स किट, यात्रा भत्ता और विविध व्ययों के लिए राशि में संशोधन किया गया है, जिससे खिलाड़ियों को अधिक लाभ मिलेगा।

खिलाड़ियों को मिलेगी ये सुविधा

– आवासीय व्यवस्था के तहत राशि को 150 से बढ़ा कर 800 रुपये प्रति खिलाड़ी व प्रशिक्षक किया गया है।

– भोजन भत्ता पहले 250 रुपये था। जिसे बढ़ाकर 480 रुपये किया गया है।
– स्पोर्ट्स किट, ट्रैक सूट, खेल किट, शूज, मौजे और कैंप के लिए पहले की तरह पांच हजार रुपये ही रखा गया है।
– उपकरण के लिए खेल सामग्री को 25 हजार से बढ़ाकर तीन लाख रुपये किया गया है।
– विविध व्यय जैसे (लेखन सामग्री, जलपान मैदान मार्किंग सामग्री, मैदान का अनुरक्षण) को 25 हजार रुपये से बढ़ाकर 40 हजार रुपये किया गया है।
– यात्रा भत्ता 1500 से बढ़ाकर दो हजार रुपये किया गया है।
हेड कोच और सहायक कोच का मानदेय भी बढ़ाया
विभिन्न खेलों में प्रशिक्षण शिविरों के संचालन के लिए तैनात किए जाने वाले प्रशिक्षक, हाई परफोसमेंस डायरेक्टर, हैड प्रशिक्षक, सहायक प्रशिक्षक, स्ट्रैंथ और कंडीशनिंग एक्सपर्ट के मानदेय में भी संशोधन किया गया है। हेड कोच का मानदेय 75,000 से बढ़ाकर 1,25,000 किया गया है। सहायक प्रशिक्षक का मानदेय 40,000 से बढ़ा कर 80,000 किया गया है।
सपोर्टिंग स्टाफ के लिए ये प्रावधान
इसमें सपोर्टिंग स्टाफ के लिए भी धनराशि तय की गई है। जिसमें फिजियो का 60 हजार प्रति माह किया गया है। मनोवैज्ञानिक का 60 हजार, पोषण विशेषज्ञ 60 हजार रुपये प्रति माह और मसाजर को 40 हजार रुपये प्रति माह किया गया है।