उत्तराखंड के सीमांत पिथौरागढ़ जिले में नाबालिक की शादी की सूचना पर एएचटीयू टीम ने तत्परता दिखाई और शादी रूकवा दी। इतना ही नहीं परिजनों से लिखित में यह भी लिया गया कि अब बालिग होने पर ही शादी कराएंगे।
पिथौरागढ़ पुलिस को सूचना मिली कि कोतवाली पिथौरागढ़ क्षेत्र के एक गांव में नाबालिक की शादी कराई जा रही है। जनपद पुलिस की एएचटीयू व चाईल्ड हेल्प लाइन टीम उक्त गांव में पहुंची, जहां शादी की तैयारियां चल रही थी। जानकारी करने पर ज्ञात हुआ कि जिस लड़की की शादी हो रही है उसके प्रमाण पत्रों के अनुसार उम्र 17 वर्ष है। पुलिस टीम द्वारा उक्त शादी को रूकवाया गया।
पुलिस ने लड़की व उसके परिजनों की काउन्सलिंग की गयी तथा बाल विवाह सम्बन्धित कानून की जानकारी दी गयी। लड़की के परिजनों द्वारा बताया गया कि उनको कानून की जानकारी नहीं थी तथा अब अपनी लड़की की शादी उसके बालिग होने के बाद ही कराने के सम्बन्धित में एक लिखित प्रार्थना पत्र दिया गया। एएचटीयू टीम में हेड कांस्टेबल दीपक खनका, कांस्टेबल निर्मल किशोर, कांस्टेबल रणवीर कंबोज, लक्ष्मण सिंह व किरन जोशी चाइल्ड हेल्प लाइन पिथौरागढ़ शामिल थे ।