वनाग्नि पर नियंत्रण नहीं, अब आग बुझाने में जुटे वायु सेना के हैलीकॉप्टर

उत्तराखंड के जंगलों में लगी आग अब बेकाबू हो गई है। आग से अस्पताल का ऑक्सीजन प्लांट भी जल गया है। इसके बाद अब आग पर काबू पाने के लिए हेलीकॉप्टर की मदद ली जा रही है।

मंडल मुख्यालय नैनीताल से सटे करीब दर्जनभर स्थानों पर जंगलों में लगातार आग धधक रही है। जंगल की आग आबादी क्षेत्र तक पहुंचने से हड़कंप का माहौल है। आग पर काबू पाने के लिए वायु सेना के हॉलीकप्टर बुलाए गए हैं। भीमताल झील से पानी भर जंगलों में बौंछार की जा रही है। बता दें कि इन दिनों पहाड़ में लगातार वनाग्नि से जंगल जल रहे हैं।

आग पर नियंत्रण को लेकर वन विभाग की तैयारियां भी सफल साबित नहीं हो पा रही हैं। शुक्रवार से शनिवार तक लगातार जंगलों में आग लगने का सिलसिला जारी है। इस दौरान लड़ियाकाटा एयर फोर्स, सातताल, सेनेटारिया गेठिया, फरसोली, मल्ला तिरछाखेत भावली, पटवाड़ागर ज्योलिकोट, भवाली रोड़ पाइंस तथा हल्द्वानी मार्ग गेठिया व ज्योलिकोट मार्ग के जंगलों में आग है।

वन विभाग के कर्मचारी तथा सेना के जवानों के साथ ही अब वायु सेवा से भी आग पर नियंत्रण को लेकर मदद ली जा रही है। शुक्रवार शाम को ही सेना के हेलीकॉप्टर नैनीताल झील, भीमताल झील तथा सातताल झील में रेकी को जुट गए थे। लेकिन अंधेरा होने के कारण अभियान नहीं चलाया जा सका।

इधर शनिवार तड़के हेलीकॉप्टर से पानी भर जंगलों की आग पर नियंत्रण का अभियान शुरू कर दिया गया है। नगर पालिका नैनीताल के अधिशासी अधिकारी राहुल आनंद ने बताया कि जंगलों की आग पर नियंत्रण को लेकर सेना से हेलीकॉप्टर तथा टैंकरों की मदद ली गई है। जल्द ही आग पर नियंत्रण पा लिया जाएगा।