देहरादून। प्राकृतिक गैस पाइपलाइन में किसी आपातकालीन दुर्घटना की स्थिति में आपातकालीन तैयारी की जांच किए जाने के लिए गेल (इंडिया) लिमिटेड, एनसीआर (ओ. एंड एम.) ने जिला प्रशासन, देहरादून की अगुवाई में पुलिस, फायर ब्रिगेड, एम्बुलेंस सेवा, आपदा प्रबंधन सेल और गेल हरिद्वार के पड़ोसी औद्योगिक ईकाइयाँ जैसे आई.ओ.सी.एल. बहादराबाद, एच.एन.जी.पी.एल. हरिद्वार, जी.जी.एल. देहरादून और अन्य सरकार के सभी संबंधित विभाग/ एजेंसियों आदि के सहयोग से गेल एन.सी.आर (ओ एंड एम) के हरिद्वार अनुरक्षण बेस के अधीन कुआँवाला, देहरादून क्षेत्र में “ऑफ साइट एमरजेंसी ड्रिल” का आयोजन किया।
आपदा प्रबंधन योजना की प्रभावशीलता को जांचने के लिए “ऑफ साइट एमरजेंसी ड्रिल” के अंतर्गत कुआँवाला क्षेत्र में पंपकिन रेस्टोरेन्ट के पास नेचुरल गैस पाइपलाइन लोकेशन पर गैस रिसाव और आग लगने का एक दृश्य तैयार किया गया। आसपास के राहगीरों और जनता से उस जगह को “खाली कराने” तथा “घायलों” को नज़दी की चिकित्सा केन्द्र तक पहुंचाने के कार्य का समन्वय प्रभावी तरीके से किया गया। ड्रिल के दौरान, गेल, जिला प्रशासन, जिला स्वास्थ्य विभाग, अग्निशमन सेवा, पुलिस, एम्बुलेंस, नागरिक सुरक्षा, आपदा प्रबंधन सेल और गेल हरिद्वार के पड़ोसी औद्योगिक ईकाइयाँ जैसे आई.ओ.सी.एल. बहादराबाद, एच.एन.जी.पी.एल. हरिद्वार , जी.जी.एल. देहरादून और अन्य सरकार के सभी संबंधित विभाग/ एजेंसियों ने विभिन्न परिभाषित भूमिकाओं में सक्रिय रूप से भाग लिया।
ड्रिल का मूल उद्देश्य किसी आपदा के समय आपातकालीन तैयारी का मूल्यांकन एवं जांच करना तथा जरुरी संसाधनों की पर्याप्तता और गेल व जिला प्रशासन के विभिन्न प्रतिक्रिया दलों की तत्परता का पता लगाना था, जिससे कि इसमें और सुधार किया जा सके। ड्रिल का आयोजन गेल (इंडिया) लिमिटेड, गैस (ओ. एंड एम.), एन.सी.आर. द्वारा किया गया। गेल (इंडिया) लिमिटेड, गैस (ओ. एंड एम.), एनसीआर से आरके सिंह , मुख्य महाप्रबंधक (ओ. एंड एम.)/प्रभारी अधिकारी-एन.सी.आर. ने जिला मजिस्ट्रेट, देहरादून के निर्देशन में पूरी कार्यवाही का संचालन किया। मॉक ड्रिल समापन के बाद सभी निकायों के उच्च अधिकारियो ने ड्रिल स्थल पर ही एक संयुक्त समीक्षा बैठक की जिसमें ड्रिल की कमियों एवं खामियों का विवेचन किया गया।