देहरादून। यहां कबूतरबाजी का मामला प्रकाश में आया है। युवाओं को रसिया समेत कई देशों में 800 से 900 डॉलर प्रति महीने की नौकरी दिलाने का झांसा दे लाखों ठगकर तीन कबूतर बाज फरार हो गए। आरोपियों के खिलाफ शहर कोतवाली पुलिस ने पांच पीड़ितों की संयुक्त तहरीर पर मुकदमा जर्द कर जांच शुरू कर दी है। कुछ अन्य पीड़ितों की तरफ दो और मुकदमे दर्ज करने की तैयारी पुलिस ने कर ली है।
शहर कोतवाल केसी भट्ट ने बताया कि मोनीस, इमरान, निवासी लक्खीबाग, रवि शंकर निवासी भिडारा पीलीभीत, यूपी, फरदीन खान निवासी फुलवारिया जिला सिवान बिहार, गौरव कुमार निवासी झबरा समस्तीपुर, बिहार ने तहरीर दी। कहा कि उन्होंने गूगल पर वर्ल्ड टूरिज्म नाम से विज्ञापन देखा। विज्ञापन में कार्यालय का पता चकराता रोड गोयल स्टूडियो प्रथम तल पर दिया गया। पीड़िता ने दफ्तर जाकर संपर्क किया तो वहां फैजी खान, नीतिश, आलमदार मिले।
तीनों ने पीड़ितों को रसिया में स्टोर कीपर और एल्युमिनियम फेब्रिकेटर पद पर नौकरी दिलाने का झांसा दिया। पीड़तों से 1.80 लाख रुपये से दो लाख रुपये प्रति युवा लेकर फर्जी नियुक्ति पत्र, वीजा और 15 मार्च का फ्लाइट का टिकट थमा दिया गया। पीड़ितों ने टिकट चेक कराए तो फर्जी थे। इसके बाद वीजा की जांच कराई तो उसका भी फर्जी होने का पता लगा। तब पीड़ितों ने आरोपियों से संपर्क किया तो वह गाली गलौच करने लगे। इसके बाद अपने दफ्तर बंद कर फरार हो गए। तहरीर पर आरोपियों के खिलाफ विदेश में नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठगी के आरोप में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।