

उत्तराखंड में नशे के खिलाफ चल रहे अभियान के तहत रुड़की पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के माहिग्रान मोहल्ले में एक घर से स्मैक बेचने के गोरखधंधे का पर्दाफाश हुआ है। इस कार्रवाई को प्रशिक्षु आईपीएस व सिविल लाइंस कोतवाली प्रभारी कुश मिश्रा के नेतृत्व में अंजाम दिया गया, जिसमें पुलिस डॉग ‘बेला’ की अहम भूमिका रही।
पुलिस को सूचना मिली थी कि बंदा रोड स्थित एक घर में एक दंपती स्मैक की बिक्री कर रहा है। सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने एएसपी कुश मिश्रा के निर्देशन में छापा मारा। छापेमारी की भनक लगते ही महिला छत के रास्ते फरार हो गई, जबकि उसका पति पुलिस के कब्जे में आ गया।
पूछताछ के दौरान आरोपी पति से कोई ठोस जानकारी नहीं मिल पाई। ऐसे में जब डॉग स्क्वाड की मदद ली गई तो डॉगी ‘बेला’ ने बेड के पास कुछ संदिग्ध होने का संकेत दिया। तलाशी लेने पर बेड के अंदर से 11.76 ग्राम स्मैक बरामद की गई।
एएसपी कुश मिश्रा ने बताया कि आरोपी इमरान और उसकी पत्नी मेसर के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। महिला की तलाश जारी है। उन्होंने बताया कि मेसर पर लंबे समय से निगरानी रखी जा रही थी और पुख्ता सूचना मिलते ही यह कार्रवाई की गई।
फिलहाल पुलिस यह भी जांच कर रही है कि इस नेटवर्क के पीछे कौन-कौन लोग शामिल हैं और स्मैक की आपूर्ति कहां से की जा रही थी। अधिकारियों का मानना है कि इस पूरे मामले में एक बड़ा गिरोह सक्रिय हो सकता है, जिसकी परतें जल्द खोली जाएंगी।