उत्तराखंड शासन ने लंबे समय से पदोन्नति की राह देख रहे वन विभाग के अफसरों को बड़ा तोहफा दिया है। उप वन क्षेत्राधिकारियों को पदोन्नति देते हुए शासन ने वन क्षेत्राधिकारी का जिम्मा सौंपा है।
दरअसल राज्य में ऐसे कई उपवन क्षेत्राधिकारी हैं, जो लंबे समय से प्रमोशन पाने के लिए जद्दोजहद कर रहे थे। ऐसे में वरिष्ठता के आधार पर फिलहाल 17 उपवन क्षेत्राधिकारियों को प्रमोशन देने का फैसला किया गया था। ऐसे में लोक सेवा आयोग हरिद्वार की संस्तुति के बाद इन अधिकारियों को रेंजर के पद पर प्रमोट करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं।
प्रमुख वन संरक्षक हॉफ ने उपवन क्षेत्राधिकारी पद से वन क्षेत्राधिकारी पद पर प्रमोट हुए वन अधिकारियों को उनकी नई तनाती से जुड़ा आदेश भी कर दिया है। इस तैनाती के होने के बाद प्रदेश भर में खाली चल रही रेंज में रेंज अफसर तैनात हो सकेंगे।
जिन उपवन क्षेत्राधिकारियों को प्रमोशन का तोहफा मिला है उनमें पंकज तिवारी को पिथौरागढ़ वन प्रभाग, जितेंद्र कुमार कुकरेती को राजाजी टाइगर रिजर्व, हेमचंद्र नेगी को अल्मोड़ा वन प्रभाग, नवल किशोर को तराई पश्चिमी वन प्रभाग, जगदीश चंद्र पंत को राजाजी टाइगर रिजर्व, हरेंद्र सिंह बिष्ट को केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग, धर्मानंद सुनाल को तराई पश्चिमी वन प्रभाग और संजय सिंह बेलवाल को नरेंद्र नगर वन प्रभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
इसके साथ ही कुलदीप सिंह को लैंसडाउन वन प्रभाग, दमन कुमार शर्मा को तराई केंद्रीय वन प्रभाग रुद्रपुर, हरिशंकर सिंह रावत को रुद्रप्रयाग वन प्रभाग, दीपचंद सिंह को कॉर्बेट टाइगर रिजर्व, नवीन चंद्र पांडे को कॉर्बेट टाइगर रिजर्व रामनगर, उमेश चंद्र जोशी को लैंसडाउन वन प्रभाग कोटद्वार, राजेंद्र सिंह मेहरा को बागेश्वर वन प्रभाग, दीपक रावत को राजाजी टाइगर रिजर्व और महेंद्र सिंह को मसूरी वन प्रभाग में तैनाती दी गई है।