

उत्तराखंड में जिला पंचायत चुनाव को लेकर सियासी पारा लगातार चढ़ा हुआ है। नैनीताल में जिला पंचायत अध्यक्ष पद को लेकर शुरू हुआ विवाद अब हाईकोर्ट के हस्तक्षेप के बाद धीरे-धीरे शांत होता दिख रहा है। अदालत के आदेश के बाद चुनावी प्रक्रिया दोबारा सामान्य रूप से आगे बढ़ने लगी है।
पूरा विवाद उस वक्त गहराया जब कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर आरोप लगाया कि उसने उनके जिला पंचायत सदस्यों का अपहरण किया है ताकि मतदान प्रभावित किया जा सके। वहीं, कुछ ही समय बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने एक वीडियो जारी कर कांग्रेस पर ही अराजकता फैलाने और भाजपा समर्थित सदस्यों के अपहरण का आरोप लगाया।
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य सहित कई कांग्रेस नेताओं ने हाईकोर्ट का रुख किया। हाईकोर्ट ने मामले की सुनवाई करते हुए स्पष्ट निर्देश दिए कि विवादित 10 जिला पंचायत सदस्यों को पुलिस सुरक्षा में लाकर मतदान कराया जाए। कोर्ट ने यह भी कहा कि यदि आवश्यकता पड़ी, तो मतदान की समय सीमा बढ़ाई जा सकती है।
इसके साथ ही जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को भी वर्चुअल माध्यम से कोर्ट में उपस्थित होने का आदेश दिया गया है, ताकि स्थिति पर लगातार नजर रखी जा सके।
फिलहाल, पुलिस सुरक्षा में सभी 10 जिला पंचायत सदस्य जिला पंचायत कार्यालय पहुंच चुके हैं, और चुनावी प्रक्रिया को शांतिपूर्ण ढंग से आगे बढ़ाया जा रहा है।