देहरादून। तीन लाशों का हाल, अवैध सम्बंध बने जी का जंजाल। पटेलनगर क्षेत्र में हुए तिहरे हत्याकांड का दून पुलिस ने खुलासा कर दिया हैं। एसएसपी देहरादून अजय सिंह ने स्वयं कमान सभांलते हुए ब्लांइड मर्डर केस की मिस्ट्री को सुलझाया। एसएसपी देहरादून ने पूरे मामले की स्वयं लगातार मॉनिटरिंग करते हुए घटना के खुलासे तक सभी टीमों को दिन रात एक करने के निर्देश दिये थे। पुलिस के अनुसार महिला के प्रेमी ने घटना को अजांम दिया था।
बता दें कि थाना पटेलनगर को बडोवाला क्षेत्र में पैट्रोल पम्प से आगे सूखे नाले में पुलिस को दो दिन में तीन लाशें बरामद हुई। घटना स्थल से एक अन्य महिला का शव मिलने से साफ हुआ कि उक्त सभी शव एक ही परिवार के सदस्यों के हैं। घटना की सवेंदनशीलता के दृष्टिगत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून अजय सिंह द्वारा घटना के अनावरण के लिये तत्काल अलग-अलग टीमों का गठन किया गया। इस बीच बिजनौर में एक दो थाना क्षेत्रों में महिला व उसकी बच्चीयों की गुमशुदगी दर्ज होने की जानकारी पुलिस को प्राप्त हुई, जिस पर तत्काल एक टीम को बिजनौर रवाना कर उक्त गुमशुदगियों के सम्बंध में जानकारी प्राप्त की गई।
घटनास्थल के आसपास सर्च अभियान के दौरान कुछ दूरी पर पुलिस को एक ब्लू डार्ट कम्पनी का नीले रंग का बैग मिला, जिसमें महिला व बच्चों के कपडे व अन्य सामग्री रखी हुई थी, जो उक्त शवों के ही प्रतीत हो रहे थे। पास ही एक पर्पल कलर का बैग भी पुलिस टीम को प्राप्त हुआ तथा घटना स्थल के पास मौजूद टिम्बर लाइन फैक्ट्री के आसपास एक रोडवेज बस का टिक्ट नेहटौर से देहरादून का बरामद हुआ, जो एक बालिग व 01 नाबालिग का था, जिस पर फैक्ट्री के अन्दर चैक करने पर पुलिस टीम को ब्लू डार्ट कम्पनी के वैसे ही नीले रंग के थैले बरामद हुए।
जिस पर पुलिस टीम द्वारा फैक्ट्री में कार्यरत कर्मियों के सम्बंध में जानकारी करने पर पुलिस टीम को मौके पर नेहटौर का ही रहने वाला एक फैक्ट्री कर्मी मिला। शक होने पर पुलिस टीम द्वारा उक्त व्यक्ति हसीन पुत्र नसीम निवासी फरीदपुर थाना व पोस्ट नेहटोर जिला बिजनौर उत्तर प्रदेश हाल निवासी ब्रहमपुरी पटेलनगर जनपद देहरादून उम्र 36 वर्ष को पूछताछ हेतु चौकी पर लाया गया। जहां सख्ती से पूछताछ करने पर उसके द्वारा अवैध सम्बंधो के चलते उक्त महिला व उसके बच्चों की हत्या करना स्वीकार किया गया। अभियुक्त को पुलिस टीम द्वारा मौके से गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में अभियुक्त हसीन द्वारा बताया गया कि वह बिजनौर का रहने वाला है तथा बढोवाला में टिम्बर ली फर्नीचर फैक्ट्री में कार्य करता है। वह तलाकशुदा है और मृतका रेश्मा से पिछले 02 वर्षो से उसका प्रेमप्रसंग चल रहा था तथा रेश्मा द्वारा अभियुक्त पर लगातार शादी करने तथा साथ रहने का दबाव बनाया जा रहा था। विगत 23 जून की शाम मृतका अपनी पुत्री आयत (उम्र 15 वर्ष) तथा आयशा (उम्र 08 माह) के साथ आईएसबीटी देहरादून आ गयी तथा अभियुक्त को फोन कर अपने देहरादून आने की जानकारी दी, जिस पर अभियुक्त ने उससे पीछा छुडाने के लिये उसे रास्ते से हटाने की योजना बनाई तथा अपनी मोटर साईकिल संख्या यूपी020 बीई 9915 गलैमर से उसे लेने आईएसबीटी पहुंचा तथा रेशमा व उसके दोनो बच्चो को लेकर सीधे टीम्बर ली फैक्ट्री में गया।
जहां उन्हें रात्री मे सुलाने के पश्चात अभियुक्त द्वारा पहले मृतका रेश्मा का गला दबाकर उसकी हत्या की तथा उसके बाद दोनो बच्चीयो की मुंह व नाक दबाकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया। उसके पश्चात अभियुक्त द्वारा तीनो के शवो को टिम्बर ली फैक्ट्री के पीछ कूढे के ढेर में फेंक दिया व स्वंय जाकर शवों को कूढे के ढेर के नीचे दबा कर छुपा दिया व मृतकों के कपडे ब्लू डार्ट कम्पनी के नीले थैले में डालकर फेंक दिये व मृतका का बैग भी कूढे के ढेर से कुछ दूरी पर फेंक दिया तथा मृतका का मोबाइल व उसके घर की चाबी अपने पास छुपा दी थी। अभियुक्त द्वारा मृतको के शवो को फॉम के गददों आदि से लपेटकर रखा था, जिस कारण मृतकों के शव फूल गये थे।