उत्तराखंडः प्रशासन ने अवैध मजार को किया ध्वस्त

उत्तराखंड में अवैध निर्माणों के खिलाफ प्रशासन का अभियान लगातार जारी है। इस कड़ी में  सिंचाई विभाग की भूमि पर बनी अवैध मजार को प्रशासन ने ध्वस्त कर दिया। यह कार्रवाई मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर प्रदेशभर में चलाए जा रहे अवैध धार्मिक स्थलों के खिलाफ अभियान के तहत की गई।

दरअसल, हरिद्वार के शराय क्षेत्र स्थित हरिलोक कॉलोनी में  सिंचाई विभाग की भूमि पर बनी अवैध मजार बनाई गई थी। स्थानीय प्रशासन ने पहले मजार को हटाने के लिए नोटिस जारी किया था, और जब निर्धारित समय सीमा समाप्त हो गई, तो बुलडोजर कार्रवाई को अंजाम दिया गया।

इस दौरान सुरक्षा की दृष्टि से भारी पुलिस बल तैनात किया गया था, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। मौके पर एसडीएम अजय वीर समेत अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद थे। प्रशासन ने स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई किसी विशेष धर्म के खिलाफ नहीं है, बल्कि सरकारी भूमि पर अतिक्रमण हटाने के लिए की गई है। स्थानीय प्रशासन ने जनता से शांति बनाए रखने की अपील की है।

एसडीएम अजय वीर सिंह ने जानकारी दी कि हरिद्वार जिले में अब तक एक दर्जन से अधिक अवैध मजारों को ध्वस्त किया जा चुका है। इसके अलावा, 10 मदरसों को भी सील किया गया है। प्रशासन ने बताया कि प्रदेशभर में अब तक 136 मदरसों को सील किया जा चुका है। उत्तराखंड सरकार को मिली रिपोर्ट के अनुसार, प्रदेश में 500 अवैध मदरसे चल रहे हैं।

27 मार्च को हरिद्वार के सुमन नगर क्षेत्र में भी एक अवैध मजार को ध्वस्त किया गया था, जो सिंचाई विभाग की जमीन पर बनी थी। प्रशासन ने इन सभी कार्रवाइयों को धार्मिक स्थलों के खिलाफ नहीं बल्कि सरकारी भूमि पर अतिक्रमण हटाने के लिए जरूरी कदम बताया है।