

उत्तराखंड में हुए 15 वर्षीय किशोर अंकित गंगवार हत्याकांड का पुलिस ने बुधवार को सनसनीखेज खुलासा किया। एसपी क्राइम निहारिका तोमर ने प्रेस वार्ता में बताया कि इस जघन्य हत्याकांड को किसी और ने नहीं, बल्कि मृतक के पिता देवदत्त गंगवार ने ही अंजाम दिया।
बता दें कि मंगलवार को रुद्रपुर स्थित सिडकुल क्षेत्र में सूनसान इलाके में अंकित का शव मिलने से सनसनी फैल गई थी। पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी पिता लंबे समय से बेटे की चोरी की आदत और अनुशासनहीनता से परेशान था। सोमवार को भी अंकित ने घर से ₹10,000 चुराए थे। इससे क्षुब्ध होकर देवदत्त ने बेटे की हत्या की योजना बनाई।
घटना वाले दिन देवदत्त ने बेटे अंकित को गुरुकुल स्कूल छोड़ने का बहाना बनाया और साइकिल से ले गया। लेकिन बीच रास्ते में सुनसान जगह पर ले जाकर बेरहमी से उसकी हत्या कर दी। शव को रिद्धि सिद्धि कंपनी, सिडकुल के पास झाड़ियों में फेंक दिया गया।
हत्या के बाद देवदत्त ने खुद ही फैक्ट्री पहुंचकर अपने भतीजे को फोन किया और झाड़ियों में शव मिलने की जानकारी दी, जिससे शक न उस पर आए।
मृतक की मां आरती गंगवार की तहरीर पर पंतनगर थाने में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था। आरती मूल रूप से ग्राम खखूमा, थाना बरखेड़ा, जिला पीलीभीत (उत्तर प्रदेश) की निवासी हैं और वर्तमान में आजाद नगर ट्रांजिट कैंप, रुद्रपुर में रहती हैं।
आरती ने पुलिस को बताया कि मंगलवार सुबह करीब 8 बजे उनके पति देवदत्त बेटे को स्कूल छोड़ने गए थे। दोपहर 1 बजे पड़ोसी जीतू उन्हें लेने आया और बताया कि झाड़ियों में अंकित का शव पड़ा है। मौके पर पहुंचने पर आरती ने देखा कि शव की हालत बेहद भयावह थी—दोनों आंखें कुचली हुई थीं, शरीर पर खाल उधड़ी हुई थी, और शर्ट से उसका गला कसकर हत्या की गई थी।
पुलिस ने देवदत्त को हिरासत में लेकर जब पूछताछ की, तो उसने जुर्म कबूल कर लिया। अब उसे न्यायिक हिरासत में भेजने की कार्रवाई की जा रही है।