उत्तराखंड में डेंगू के बढ़ते मामलों को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने सभी जनपदों के मुख्य चिकित्साधिकारियों को सतर्क रहने का आदेश दिया है। साथ ही, जिला प्रशासन और संबंधित विभागों को डेंगू प्रभावित क्षेत्रों में प्रभावी नियंत्रण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष डेंगू संक्रमण को नियंत्रण में रखा गया है, लेकिन सावधानी बरतना अत्यंत महत्वपूर्ण है। वर्तमान में प्रदेश के कुछ हिस्सों में डेंगू संक्रमण के मामले सामने आए हैं। इसी संदर्भ में, सभी जनपदों के मुख्य चिकित्साधिकारियों को अलर्ट रहने और आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं।
मंत्री ने बताया कि जिला प्रशासन और रेखीय विभागों के साथ मिलकर डेंगू प्रभावित क्षेत्रों में सघन अभियान चलाया जाएगा। विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे जनपद स्तर पर माइक्रोप्लान तैयार करें और प्रत्येक नगर व वार्ड में जनजागरूकता अभियान चलाएं। इसके साथ ही, निरंतर मॉनिटिरिंग भी की जाएगी।
डॉ. रावत ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अप्रैल से ही घर-घर जाकर डेंगू लार्वा नष्ट करने और जनजागरूकता अभियान शुरू कर दिया था। अब तक 24,16,624 घरों का सर्वे किया गया है और 7,37,316 घरों में डेंगू लार्वा नियंत्रण की कार्रवाई की गई है।
उन्होंने जनता से अपील की कि भले ही प्रदेश में डेंगू नियंत्रण में है, लेकिन बरसाती मौसम को देखते हुए अगले दो महीनों तक सभी लोग सतर्क रहें और अपने आस-पास डेंगू के लार्वा को पनपने से रोकें।
स्वास्थ्य विभाग ने सभी जनपदों में सोर्स रिडक्शन गतिविधियां, फॉगिंग, इनडोर स्पेस स्प्रे, और अंतर्विभागीय समन्वय बैठकें आयोजित करने के निर्देश पहले ही दे दिए थे। सभी प्रयासों को ध्यान में रखते हुए, डेंगू की रोकथाम और नियंत्रण के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।