

उत्तराखंड में एक बार फिर कुदरत का कहर देखने को मिला है। सीमांत पिथौरागढ़ जिले की धारचूला तहसील के तीजम गांव में मंगलवार देर रात मूसलधार बारिश ने तबाही मचा दी। ग्रामीणों ने क्षेत्र में बादल फटने की आशंका जताई है। इस भारी वर्षा के चलते नदियों का जलस्तर अचानक बढ़ गया और तीजम को जोड़ने वाला लकड़ी का मोटर पुल तेज बहाव में बह गया।
इस पुल के बह जाने से नदी पार बसे सैकड़ों ग्रामीणों का संपर्क तहसील मुख्यालय से पूरी तरह कट गया है। स्थानीय लोगों के अनुसार, यही पुल उनके आवागमन का एकमात्र जरिया था। प्राप्त जानकारी के अनुसार, एक पैदल पुल भी बाढ़ की चपेट में आ गया है। ग्रामीणों द्वारा बनाए गए वीडियो में पुल के बहते हुए दृश्य सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।
घटना रात करीब 12 बजे की बताई जा रही है। हालांकि फिलहाल किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन हालात बेहद चिंताजनक बने हुए हैं। क्षेत्र की नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे अन्य गांवों को भी खतरा पैदा हो गया है।
प्रशासन ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए हैं। एसडीआरएफ और प्रशासनिक टीमें मौके के लिए रवाना हो चुकी हैं, लेकिन मार्ग बाधित होने और दुर्गम भौगोलिक परिस्थितियों के कारण राहत कार्यों में बाधा आ रही है। तीजम गांव धारचूला से लगभग 40 किलोमीटर तथा जिला मुख्यालय पिथौरागढ़ से करीब 150 किलोमीटर दूर स्थित है।
ग्रामीणों ने प्रशासन से हेलीकॉप्टर के माध्यम से राहत और रेस्क्यू अभियान चलाने की मांग की है। वहीं, प्रशासन का कहना है कि मौके पर पहुंचने के बाद ही नुकसान का सही आंकलन हो सकेगा। आपदा प्रबंधन विभाग पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए है और प्रभावित क्षेत्र में अतिरिक्त संसाधन भेजे जा रहे हैं।