
उत्तराखंड में मौसम को लेकर एक और बड़ी चेतावनी सामने आई है। मौसम विज्ञान विभाग के हाइड्रोमेट डिवीजन ने रविवार को अलर्ट जारी करते हुए बताया कि अगले 24 घंटे राज्य के कई जिलों के लिए बेहद संवेदनशील हो सकते हैं। विभाग ने बागेश्वर, चमोली, चंपावत, देहरादून, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग, टिहरी और उत्तरकाशी में भारी बारिश, जलभराव और बाढ़ की आशंका जताई है।
इस अलर्ट के बाद राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र ने सभी संबंधित जिलाधिकारियों को पत्र जारी कर सतर्कता बरतने और ज़रूरी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।
लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने प्रदेश की सड़क व्यवस्था को बुरी तरह प्रभावित किया है। अब तक की जानकारी के अनुसार, छह राष्ट्रीय राजमार्ग सहित कुल 187 सड़कें बंद हैं, जिनमें 104 ग्रामीण सड़कें भी शामिल हैं।
पिथौरागढ़ जिले में धारचूला-तवाघाट हाईवे पर पहाड़ से भारी पत्थर गिरने के कारण आवाजाही पूरी तरह से बंद हो चुकी है। इसके अलावा कई गांवों को जोड़ने वाले मार्गों पर भी मलबा जमा होने से आवागमन बाधित हो गया है, जिससे आम लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
मौसम विभाग ने 18 और 19 अगस्त के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। चेतावनी के अनुसार, अल्मोड़ा, चमोली, चंपावत, रुद्रप्रयाग, टेहरी गढ़वाल, उधम सिंह नगर और उत्तरकाशी के कई हिस्सों—जैसे केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री, बड़कोट, जोशीमठ, कर्णप्रयाग, रानीखेत, लोहाघाट, काशीपुर और खटीमा—में बिजली चमकने, तेज गर्जना के साथ भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है।
राज्य प्रशासन ने सभी एजेंसियों को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, आम जनता से अपील की गई है कि वे मौसम की स्थिति को देखते हुए अनावश्यक यात्रा से बचें, सतर्क रहें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।
